गोण्ड गोण्डी गोण्डवाना कोया पुनेम के प्राकृतिक सिद्धान्तों के अनुसार गोण्डवाना का प्रत्येक पहलू वैज्ञानिक है अर्थात् विज्ञान सम्मत् है। गो का मतलब ही ज्ञान है ज्ञान का तात्पर्य ही सर्वोत्तम मत है । अण्ड का मतलब जीव या जन्तु से है ।अर्थात् इस ग्रह के सर्वोत्कृष्ट ज्ञानी जीव ही गोण्ड है। गोण्ड प्रकृति के सभी संरचनाओं का ज्ञाता है रक्षक है एवं नियन्त्रक है। गोण्ड के पास जल थल वायु अग्नि आकाश के सभी क्रियाओं का सिद्धान्त ज्ञात है ।यह ज्ञान हजारों वर्षों से परम्परागत गोटुल व्यवस्था के तहत दीक्षित होकर अनवरत रुप से आज भी कायम है। यह कोई सामान्य व्यवस्था नहीं है यह प्राकृतिक वंशानुगत हस्तांतरित होने वाली विशेष व्यवस्था है और इस प्रकार की व्यवस्था दुनिया के किसी भी समाज में नहीं पायी जाती ।गोण्ड की जीवन चक्र भी प्राकृतिक चक्र के अधीन व्यवस्थित है। जब गोण्ड का पुटसी वायना मतलब किसी बच्चे का जन्म लेना भी पुटना -मिलना,प्राप्त होना अब पुटसी - मिलकर या प्राप्त होकर वायना - आना ,आगमन अर्थात यहां स्पष्ट करना चाहता हूं कि हिन्दू धर्म के प्रचलित अवधारणा के अनुसार मनुष्य जीवन का प्रा...