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पुनांग तिन्दना

पुनांग तिनदना दिया ता पल् लो साभार नारायण मरकाम आजो की लेख से 🙏पुनांग तिन्दाना पंडुम (नवाखाई महापर्व)🙏 "बस्तर संभाग के द्वारा 22/23 सितंबर मंगलवार को घोषित " विज्ञान, अर्थशास्...

कोयतोर टेक्नालॉजी का युनिवर्स सिद्धान्त

कोयतोरक टेक्नालाजी का यूनिवर्सिटी सिद्धान्त सादर मूल लेखक तिरुमाल नारायण सिंह मरक ाम आजो के कलम से कोयतोरिन टेक्नोलॉजी में यूनिवर्स की विस्तृता  को समझने के लिए  किसी...

गोण्डवाना का लाजीगढ़

गोण्डवाना लेण्ड का लांजीगढ़ का इतिहास मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले मे सतपुड़ा पर्वतीय श्रृंखलाओं की गोद में स्थित गोड़ों का धार्मिक और ऐतिहासिक लांजीगढ़ बालाघाट गोदिया मा...

गोण्डवाना लेण्ड व गोण्ड

-----गोंडवाना महाद्वीप एक ऐतिहासिक महाद्वीप था। यह प्राचीन वृहत महाद्वीप[1] पैन्जिया का दक्षिणी भाग था। इसका उत्तरी भाग 'लॉरेशिया' कहा जाता था। गोंडवाना महाद्वीप का नाम एडुअ...

गोण्ड गोण्डी गोण्डवाना

गोण्ड गोण्डी गोण्डवाना कोया पुनेम के प्राकृतिक सिद्धान्तों के अनुसार गोण्डवाना का प्रत्येक पहलू वैज्ञानिक है अर्थात् विज्ञान सम्मत् है। गो का मतलब ही ज्ञान है ज्ञान का तात्पर्य ही सर्वोत्तम मत है । अण्ड का मतलब जीव या जन्तु से है ।अर्थात् इस ग्रह के सर्वोत्कृष्ट ज्ञानी जीव ही गोण्ड है। गोण्ड प्रकृति के सभी संरचनाओं का ज्ञाता है रक्षक है एवं नियन्त्रक है। गोण्ड के पास जल थल वायु अग्नि आकाश के सभी क्रियाओं का सिद्धान्त ज्ञात है ।यह ज्ञान हजारों वर्षों से परम्परागत गोटुल व्यवस्था के तहत दीक्षित होकर अनवरत रुप से आज भी कायम है। यह कोई सामान्य व्यवस्था नहीं है यह प्राकृतिक वंशानुगत हस्तांतरित होने वाली विशेष व्यवस्था है और इस प्रकार की व्यवस्था दुनिया के किसी भी समाज में नहीं पायी जाती ।गोण्ड की जीवन चक्र भी प्राकृतिक चक्र के अधीन व्यवस्थित है। जब गोण्ड का पुटसी वायना मतलब किसी बच्चे का जन्म लेना भी  पुटना -मिलना,प्राप्त होना अब  पुटसी - मिलकर या प्राप्त होकर वायना - आना ,आगमन अर्थात यहां स्पष्ट करना चाहता हूं कि हिन्दू धर्म के प्रचलित अवधारणा के अनुसार मनुष्य जीवन का प्रा...